कमरकस के फायदे और नुकसान की पूरी जानकारी
हमारी मां प्रकृति ने हमें कई प्रकार की जड़ी बूटियां और औषधीय तत्व दिए हैं जोकि गजब के औषधीय गुण रखते हैं और ऐसी ही एक औषधि है वस्तु या तत्व है पलाश की गोंद जिसे कमरकस नाम से भी जाना जाता है पलाश या tesu के पेड़ को अंग्रेजी में bastard teak या the flame of the forest नाम से जाना जाता है जिस पौधे से कमरकस गोंद प्राप्त होती है वह बहुत ही औषधीय पौधा माना जाता है और यह बात उन सभी लोगों को पता होती है जिनके घर में कोई बच्चा हुआ हो कमरकस की गोंद का इस्तेमाल डिलीवरी के बाद पंजीरी या लड्डू के रूप में उस महिला को दिया जाता है जिसकी डिलीवरी हाल ही में हुई हो कमरकस के फूल बीज और छाल को भी आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में इस्तेमाल लाया जाता है कमरकस का नाम इसलिए कमर का है क्योंकि कमर का इस्तेमाल डिलीवरी के बाद महिला की कमर को कसने के लिए किया जाता है|
यूं तो कमर कस के बहुत सारे इस्तेमाल के तरीके होते हैं लेकिन आज हम आपको बताएंगे कमरकस के असली फायदे और नुकसान यानी बेनिफिट्स और साइड इफेक्ट क्या होते हैं इसके इलावा कमरकस की पंजीरी या लड्डू किस तरह से बनाई जाती है और कैसे कमरकस का उपयोग कई प्रकार के रोगों को ठीक करने में किया जाता है|
कमरकस गोंद के फायदे और नुकसान क्या होते हैं?
कमरकस के गोंद के फायदे और नुकसान के बारे में जानने से पहले आपको इतना पता होना चाहिए कि वास्तव में कमरकस का नाम आखिर कमरकस क्यों पड़ गया|
पलाश की गोंद को कमरकस क्यों कहा जाता है?
जैसा कि हमने आपको पहले बताया कमरकस को कमरकस इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह दो शब्दों से मिलकर बना है एक तो कमर और दूसरा कसना यानी कि ऐसा तत्व चीज जो की कमर की मसल को कसने का काम करती है यानी की कमर की मांसपेशियों को मजबूती देने का काम करती है| यही कारण है कि कमर का इस्तेमाल पीरियड और प्रेगनेंसी डिलीवरी होने के बाद महिलाएं अक्सर का दर्द ठीक करने के लिए करती है अपनी कमर में कसावट को बढ़ाने के लिए और कमर के दर्द से छुटकारा पाने के लिए| कमरकस का सबसे पहला फायदा तो यही हुआ कि पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी के दौरान और डिलीवरी होने के बाद महिलाएं अपनी कोमल कमर को मजबूती देने के लिए कमर कस का उपयोग करती है|
पलाश या कमरकस के गुण और उपयोग | Medicinal Properties and uses in Hindi
पलाश के फूल पत्ते और छाल में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जिनका इस्तेमाल शरीर की निम्नलिखित समस्याओं को दूर करने में किया जाता है|
कमरकस मैं दर्द को दूर करने वाले, पेट के कीड़े हटाने वाले, एंटीपायरेटिक गुण यानी कि बुखार को दूर करने वाले, गठिया के रोग में सहायता करने वाले, डायबिटीज को कंट्रोल करने वाले, खून बहने से रोकने वाले और एसिडिटी कम करने वाले गुण पाए जाते हैं इसके अलावा इसमें यौन शक्ति बढ़ाने वाले बूंदी पाए जाते हैं कमर कस के फायदे यहां तक ही सीमित नहीं है इसे इलावा भी बहुत सारी शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि कब्ज को दूर करने वाले, शरीर के लिए टॉनिक गुणों से भरपूर होता है |
मरकस इसके अलावा और भी बहुत सारे गुण पाए जाते हैं और इन्हें औषधीय गुणों के कारण इसका इस्तेमाल कई प्रकार के रोगों को ठीक करने में किया जाता है जैसे कि किडनी का रोग, सिर दर्द, शारीरिक थकावट या कमजोरी, मांसपेशियों में ढीलापन, बवासीर, गठिया, पेट की गड़बड़ी, लड़कियों में सफेद पानी आना यानी ल्यूकोरिया के इलाज में भी इसका इस्तेमाल होता है इसके अलावा आंखों संबंधी रोग, बवासीर, एसिडिटी, लिवर की कमजोरी, सांप के काटने पर, डायबिटीज की समस्या को ठीक करने में, त्वचा संबंधी रोग के इलाज के रूप में, पीरियड में ज्यादा ब्लड आने की समस्या, त्वचा संबंधी समस्याओं में नामर्दी और नपुंसकता को ठीक करने आदि के अंदर कमर कस के फूल पत्ते बीज गोंद और छाल का इस्तेमाल किया जाता है |
कमरकस गोंद के फायदे | kamarkas benefits in Hindi
कमरकस की गोंद क्रिस्टल के रूप में लाल रंग की होती है जिसमें गंध नहीं होती इस गोंद में Kino tannic , gallic acids और 50% soluble mucilage पाया जाता है| औषधीय गुणों के कारण कमरकस की गोंद का इस्तेमाल कई लोगों को ठीक करने में किया जाता है जैसे कि ल्यूकोरिया, नपुंसकता गया नामर्दी, पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी, पेट में कीड़े का इलाज करने के लिए, कमर दर्द के लिए, किडनी और लीवर की समस्याओं को दूर करने के लिए, पेट मैं खून बह रहा हो तो उसे रोकने के लिए, एसिडिटी और दूसरे रोगों में इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है|
कमरकस की गोंद, फूल, पत्ते, छाल और बीज के फायदे | kamarkas benefits in HIndi
कमरकस की गोंद फूल पत्ते छाल और बीज के कई प्रकार से उपयोग में लाया जाता है जैसे कि पलाश के फूल और बीजों का इस्तेमाल त्वचा संबंधी उत्पाद बनाने में किया जाता है त्वचा को गोरा और मुलायम बनाने में इनका इस्तेमाल खासतौर पर किया जाता है|
इसके अलावा फूल और बीजों का इस्तेमाल त्वचा से संबंधित रोग जैसे फोड़े. फुंसी दाद खाज खुजली, एक्जिमा, इंफेक्शन आदि को ठीक करने के लिए किया जाता है|
कमरकस के पत्तों के अंदर डायबिटीज यानी मधुमेह को कंट्रोल करने वाले गुण मौजूद होते हैं तो इसके पत्तों का इस्तेमाल डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए और मुंह की बीमारी और इंफेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है|
Kamarkar ke beej के पाउडर का सेवन पेट के कीड़े मारने में किया जाता है|
कमरकस के फूलों से पीरियड के दौरान ज्यादा खून बहने के समस्या के लिए किया जाता है|
कमर कस के पेड़ की छाल से महिलाओं के गुप्तांग में होने वाली समस्याएं जैसे खुजली इन्फेक्शन को दूर करने में किया जाता है इसके इलावा छाल का इस्तेमाल बवासीर और बुखार के उपचार में भी उपयोग में लाई जाती है|
पलाश के फूलों का इस्तेमाल गठिया के उपचार में किया जाता है क्योंकि इसके फूलों में दर्द सूजन कम करने वाले गुण पाए जाते हैं|
यहां कुछ निम्नलिखित उपाय बताए गए हैं जिसमें कि कमरकस के विभिन्न भागों का प्रयोग किया गया है तो चलिए जानते हैं कि कमरकस के विभिन्न भागों का इस्तेमाल रोग निवारण के लिए किस प्रकार से किया जाता है|
बलगम और खाँसी के इलाज के लिए
यदि आपको बलगम और खांसी की समस्या लगातार बनी हुई है तो कमरकस की छाल के छोटे से टुकड़े को एक का पानी के साथ लीजिए इस पानी को छानकर के गरारे करने से बलगम और खांसी की समस्या दूर हो जाती है|
दर्द और सूजन में
पलाश की छाल को पानी में उबालने के बाद पीने पर शरीर में दर्द सूजन की समस्या से राहत मिलती है|
दाद , खाज और खुजली
पलाश की बीज के पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बना लीजिए इस पेस्ट को दाद खाज खुजली वाली जगह पर लगाने से बहुत जल्द आपको दाद खाज खुजली से छुटकारा मिल जाता है|
पेट की गड़बड़ी
मिट्टी के बर्तन में थोड़ा सा पानी लीजिए और इस पानी में मुट्ठी भर के पेड़ की पत्तियों को डुबोकर रख दीजिए पानी पीने से पेट की बीमारियां ठीक हो जाती है|
अंडकोष में सूजन
कमर कस के फूलों को पीसने के बाद पेस्ट तैयार हो जाती है इस पेस्ट को अंडकोष पर लगाने से दर्द और सूजन में राहत मिलती है|
फोड़े फुंसी का इलाज
फोड़े फुंसी की से छुटकारा पाने के लिए आपको पलाश के पत्तों और फूलों की पेस्ट को मिलाकर के दर्द और सूजन वाली जगह पर लगाना होता है जिससे कि थोड़े फैंसी से आपको जल्दी ही छुटकारा मिल जाता है|
सफ़ेद पानी रोग होने पर
लिकोरिया यानी सफेद पानी के इलाज में भी कमरकस का इस्तेमाल किया जाता है कमरकस के पत्तों को पानी में उबालकर गुप्तांग धोने से महिलाओं के गुप्तांग संबंधित कई समस्याएं दूर हो जाती हैं इसके इलावा कमर का सेवन करके भी आप इन समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं|
पीरियड के दौरान ज्यादा bleeding होना
पीरियड के दौरान नार्मल से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है तो ऐसे में पलाश के फूलों को पानी में उबालकर दिन में 1 बार पीने से ज्यादा मात्रा में खून आना बंद हो जाता है क्योंकि यह पानी आपके शरीर में हारमोंस को संतुलन में लाने में मदद करता है जिसके कारण आप पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लड आने की समस्या से मुक्त हो जाते हैं|
कमरकस की गोंद का उपयोग कमर दर्द के लिए | kamarkas for pregnancy panjiri and laddu recipe in Hindi
कमर दर्द होने पर या कमर की मांसपेशियों मैं कमजोरी होने पर आपको कमरकस की गोंद की पंजीरी तैयार करनी होती है जिससे कि घटक निम्न प्रकार से होते हैं यानी कि आपको निम्नलिखित चीजों का इस्तेमाल करना होगा इसके लिए आपको चाहिए
4 कप सूजी, 2 कप desi घी, १/2 कप नारियल का पाउडर, पिस्ता, गोंद कतीरा, कमरकस गोंद. किशमिश, मखाने और मगज, 2 कप बादाम, 3 कप चीनी, 10 इलाइची, आप कददू और तरबूज के बीज भी मिला सकते हैं
सबसे पहले आधा कप घी में बादाम, पिस्ता, मखाने, मगज, किशमिश आदि को भून लीजिये और ऐसा करने के बाद इनको ग्राइंडर में अच्छी तरह से पीस लीजिए ताकि महीन चूर्ण तैयार हो जाए| अब कमरकस को भूलने के बाद किसी बर्तन में अलग रख दीजिए अब एक फ्राई पैन में 2 कप भी डालकर 10 छोटी छोटी इलायची के बीज और सूजी डालकर हल्का भूरा होने तक भून लीजिए| अब चीनी और बादाम पिस्ता का जो मिश्रण आपने तैयार किया था आदि डालकर का मांस पर कुछ देर घूम लीजिए| अंत में कमरकस मिलाकर मिश्रण को ठीक ढंग से मिला लीजिए|
कमरकस की पंजीरी का कैसे इस्तेमाल करें
देखिए दोस्तों हर महिला के लिए या हर उस व्यक्ति के लिए जो इसका इस्तेमाल करता है उसकी खुराक अलग हो सकती है लेकिन आप एक बड़ा चम्मच दूध के साथ रोजाना लेते हैं तो ऐसे में आपकी शरीर की कई प्रकार की समस्या ठीक हो जाएंगी महिलाओं की हाल ही में डिलीवरी हुई हो|
कमरकस के नुकसान | kamarkas side effects in Hindi
देखिए हर औषधि के साथ ऐसा होता है कि कुछ उसके फायदे होते हैं तो कुछ नुकसान भी हो सकते हैं कमरकस के कुछ भाग आपको नुकसान कर सकते हैं इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा लंबे समय तक कमरकस का उपयोग ना करें क्योंकि कमरकस का ज्यादा सेवन करना खून की कमी और किडनी से संबंधित समस्याओं को पैदा कर सकता है इसलिए अपनी चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही आप कमरकस का सेवन करें|
नोट: बिना डॉक्टर से पूछे आप कमरकस का उपयोग किसी रोग को ठीक करने में करते हैं तो इसक लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे|
तो दोस्तों आज आपने जाना कि कमरकस के क्या फायदे और नुकसान होते हैं और किस प्रकार से कमरकस की पंजीरी को आप तैयार कर सकते हैं वह भी बिना किसी विशेष मेहनत है तो ऐसे में कमरकस बेनिफिट्स एंड साइड इफेक्ट इन हिंदी के बारे में आपको पूर्णतया हमने आपको जानकारी दे दी है यदि आपके मन में कोई प्रसन्न हो तो हमें कमेंट में लिखकर जरूर पूछें हम आपके प्रश्न का जल्द उत्तर देने की पूरी कोशिश करेंगे|