धात रोग क्या है और क्यों होता है Dhatu rog ka ilaj

धात रोग क्या है और क्यों होता है

धात रोग क्या है?| What is Dhat rog in Hindi

Dhat kya hai – dhatu rog ki jankari – दोस्तों हमारे पास कई सारे ईमेल आते रहते हैं जो हमसे यह जानकारी पाना चाहते हैं कि धात रोग क्या होता है जिसे की धातु रोग के नाम से भी जाना जाता है सबसे पहले तो यह जानकर आपको हैरानी होगी की धातु रोग दोनों पुरुष और स्त्री यानि लड़का और लड़की में होता है  धात रोग वास्तव में वह समस्या है जब बिना आपकी इच्छा के  वीर्य निकल जाता है और यह समस्या तब ज्यादा होती है जब आप मूत्र या मल त्याग कर रहे होते हैं|  कुछ लोगों के अनुसार ऐसा माना जाता है जरूर से ज्यादा हस्तमैथुन करने की आदत के कारण धात रोग हो जाता है और यह बहुत ही गंभीर गुप्त रोग होता है लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि वास्तव में धात रोग क्या होता है और धातु रोग होने का कारण क्या है reasons of dhat rog in Hindi.

धात रोग

धात रोग पर लिखने से पहले ही हमारे पास कई emails आ रहे हैं और हमारे users पूछ रहे हैं की हम धात के बारे में लिखें क्योंकि इस वेबसाइट पर आने वाला हर तीसरा विजिटर धात की समस्या से परेशान है| तो दोस्तों, आज हम जानेंगे की धात रोग क्या है और यह रोग आखिर क्यों होता है| धात एक प्रकार का गुप्त रोग है या यौन रोग है जिसमें बिना व्यक्ति की इच्छा से वीर्यपात हो जाता है या लिंग से चिप छिपा पदार्थ निकलता है खास कर मूत्र या मल त्याग करते समय| ऐसा माना जाता है की limit, हद या जरुरत से जयादा हस्तमैथुन करना धात रोग का कारण होता है| जब कोई इंसान जरुरत से बहुत अधिक हस्तमैथुन करता है तब आगे चलकर बिना लिंग के सख्त हुए ही वीर्य निकलने लगता है|

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वास्तव में धात रोग क्यों होता है ?

 दोस्तों धात रोग  जैसा कि आप सभी जानते हैं और जो लोग इससे परेशान हैं वही लोग इस बात को यहां देखने आए हैं कि यह समस्या किस कारण से हो रही है  तो धातु रोग होने का मुख्य कारण होता है आपकी आपकी parasympathetic तंत्रिका  मैं किसी कारण से कमजोरी आ जाना  और यह जो तांत्रिकाएं होती हैं  और आपके लिंग को अधिक समय तक कठोर और सख्त बनाए रखने में मदद करती हैं  लेकिन यदि किसी कारण से इन तंत्रिकाओं में कमजोरी आ जाए तो ऐसे होने के कारण  बिना कुछ किया ही सीमन यानि वीर्य  बाहर आना शुरू कर देता है और आप चाह कर भी उसे रोक नहीं पाते इसे दूसरे नाम से धात गिरना भी कहते हैं|

 यहां मैं आपको जरूर से ज्यादा ज्ञान नहीं देना चाहता कि आपको मेडिकल बातें समझ कर कंफ्यूज कर दूं लेकिन यदि आप आयुर्वेदिक या मेडिकल भाषा की बात करें तो जरूर से ज्यादा जो लोग  हस्तमैथुन याhand practice  करते हैं तो इस आदत के कारण उनके दिमाग में बहुत ज्यादा  हारमोंस के अंदर उतार-चढ़ाव आता है जिसके कारण शरीर की क्रियो में बहुत अधिक आता है और यह सबसे बड़ा कारण होता है धात रोग होने के पीछे|

धात रोग के दूसरे  Reasons क्या हो सकते हैं?

 जैसा कि मैं आपको पहले बता दिया है कि  फैट धातु रोग या धात गिरने का सबसे बड़ा कारण होता है तंत्रिकाओं का कमजोर पड़ जाना  इसके इलावा जरूरत से ज्यादा हस्तमैथुन,  बहुत अधिक मानसिक तनाव, blood pressure  की समस्या होना, सम्भोग में अरुचि आदि के कारण  भी और कई कारण होते हैं जिसके कारण आपको  धात गिरने की समस्या हो सकती है जैसे कि नशा करना| 

धात गिरने के नुकसान – side effects in Hindi 

 दोस्तों हर किसी का शरीर अलग होता है और धात रोग के कारण हर किसी को अलग-अलग प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं और सबसे सामान्य लक्षणों की बात करें तो धात रोग गिरने के नुकसान हो सकते हैं

 जरूर से ज्यादा कमजोरी रहने की शिकायत होने लगा

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 उन कार्यों को करने का मन ना करना जिनको आप पहले किया करते थे

 मानसिक तनाव बहुत अधिक रहने लगता है इस रोग के कारण

 कमर या पीठ में दर्द रहने की शिकायत के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द महसूस हो सकता है

 एलर्जी रहने की शिकायत अधिक होने लगा

 सर के बालों का अधिक झड़ना

लिंग का ढीलापन और नसों की कमजोरी होना

सम्भोग के समय जल्दी से सखलित हो जाना

 गुप्तांग के आसपास दर्द होने लगा जैसे की अंडकोश का दर्द 

 पेशाब में जलन होने लगा पेशाब करने के बाद धात गिरना

 इसके इलावा जिन भाइयों को धात रोग की समस्या होती है वह और भी कई लक्षण बताते हैं लेकिन आमतौर पर सबसे ज्यादा यही लक्षण देखने को मिलते हैं और यदि आपको यह लक्षण या नुकसान महसूस हो रहे हैं तो ऐसे में आपको इसके उपचार के बारे में सोचना चाहिए की धात रोग का इलाज क्या होता है और कैसे आप इसे ठीक कर सकते हैं|

धात रोग का इलाज | dhatu rog treatment 

 धातु या धात रोग के इलाज के लिए  या कई प्रकार के ट्रीटमेंट मौजूद हैं यह आपको निर्णय लेना है कि आप आयुर्वेदिक इलाज करना चाहते हैं  या मेडिकल ट्रीटमेंट के द्वारा अपने धातु रोग को ठीक करना चाहते हैं  मेडिकल ट्रीटमेंट की बात करें तो आमतौर पर आपको किसी अच्छे यूरोलॉजिस्ट या गुप्त रोग विशेषज्ञ  के पास जाना होता है  आमतौर पर डॉक्टर इसके इलाज के लिए इस बात पर ध्यान केंद्रित करता है कि कैसे आपकी कमजोरी तंत्रिकाओं को मजबूती दी जाए  इसके अलावा आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा को बढ़ाना भी उसका एक  इलाज का प्रकार होता है जिसमें  की आपको हार्मोनल थेरेपी या सप्लीमेंट दिए जा सकते हैं टेस्टोस्टरॉन लेवल जब सही रहता है तो आपकी parasympathetic तंत्रिकाओं को  मजबूती मिलती है और धात रोग की समस्या दूर हो जाती है|

 इसके अलावा टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को आप अच्छी है आयुर्वैदिक हर्बल सप्लीमेंट या दवा जिसे कि आमतौर पर लोग धात रोग रोकने की आयुर्वेदिक दवा बोल देते हैं उसे लेने की सलाह दी जा सकती है और इसके लिए आपको किसी अच्छे आयुर्वैदिक वैद्य से मिलने की हम सलाह देते हैं|

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 इसके अलावा आपको अपने ऊपर संयम रखना होता है कि आप बार-बार जरूर से ज्यादा हस्तमैथुन  करने की आदत पर रोक  लगाने की कोशिश करें और ऐसा आप एक्सरसाइज करके योगा मेडिटेशन करके कर सकते हैं ताकि आपको अपने सेहत के प्रति जागरूकता आए और आपकी यह आदत अपने आप ही कम होने लग जाए| 

 भोजन में आपको अपनी डाइट को जितना हेल्दी बना सके उतना हेल्दी बनाने की कोशिश करनी चाहिए अच्छी डाइट से अच्छा शरीर बनता है और शरीर के सभी कार्य ठीक हो जाते हैं तो डाइट में फल सब्जियां अनाज ड्राई फ्रूट्स प्रोटीन  आदि को शामिल कीजिए और यदि आप किसी प्रकार का नशा करते हैं तो उसे बंद कर दीजिए क्योंकि आगे चलकर आपको ही नुकसान झेलना पड़ेगा|

 धात रोग में परहेज की बात करें तो आपको इसके अलावा खान-पान के अंदर  अपने डाइटिशियन या डॉक्टर  से पूछ कर अपने डाइट प्लान को तैयार करवाने की जरूरत पड़ती है क्योंकि कुछ चीज खाने से धात रोग की समस्या बढ़ भी सकती है|

 धात रोग होने के कारण बहुत से युवकों को मानसिक तनाव रहने लगता है तो रोजाना योग ध्यान और एक्सरसाइज का अभ्यास करना शुरू कर दें ताकि मानसिक और शारीरिक ग्रुप से आप मजबूत बन सके और आपकी समस्या जड़ से खत्म हो जाए|

धात रोग का आयुर्वेदिक इलाज

 धात रोग का आयुर्वेदिक इलाज हर किसी युवक के लिए अलग-अलग होता है क्योंकि हर किसी का शरीर और मानसिक और शारीरिक स्थिति अलग-अलग होती है तो इसी हिसाब से आयुर्वेदिक डॉक्टर आपको हर्बल दवाइयां या सप्लीमेंट देता है आमतौर पर डॉक्टर आपको अश्वगंधा चूर्ण,  शतावरी पाउडर सफेद मूसली,  केसर आदि युक्त सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकता है|

 आयुर्वेद धात रोग के इलाज के लिए यह भी बात जरूरी है अपने शरीर को ठंडा रखने की कोशिश आपको करनी है  जिसके लिए आपको पानी ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए और ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिनकी तासीर ठंडी हो  जैसे , ठंडाई,  नींबू पानी,  नारियल पानी,  छाछ आदि|

 तो दोस्तों आज हमने आपको एक आईडिया दे दिया कि धात रोग क्या होता है इसके कारण क्या होते हैं इसके नुकसान क्या होते हैं अब यह फैसला आपको करना है कि आप अपने शरीर को किस तरह से रखना चाहते हैं  जितना जल्दी आप अपने ऊपर कंट्रोल करेंगे उतना जल्दी आप इस समस्या से छुटकारा पा लेंगे यदि आपका कंट्रोल नहीं हो पा रहा तो आप डॉक्टर की मदद ले सकते हैं|

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