नवरात्रि पूजा में सामग्री में हर चीज का महत्व जानिए
भगवान को प्रसन्न करने के लिए और उनका आशीर्वाद पाने के लिए हम उनकी पूजा करते हैं जिस्म की पूजा सामग्री में जो हम चीज इस्तेमाल करते हैं उसका विशेष महत्व होता है यह जो सामग्री इस्तेमाल में लाई जाती है वह पूजा को संपूर्ण और प्रभावशाली बनती है आमतौर पर कलश, गंगाजल, अक्षत, पुष्प, roli, धूप दीप नारियल फल मिठाई फूल आदि का इस्तेमाल हम करते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को पता होता है कि इनका महत्व क्या होता है तो चलिए जानते हैं नवरात्रि पूजा में जो सामग्री हम इस्तेमाल में लाते हैं उसे सामग्री में जो चीज हैं उनका अलग-अलग महत्व क्या होता है|
नवरात्रि पूजा सामग्री का महत्व pujan samagri ka mehtava in Hindi
देवी देवता की प्रतिमा या फोटो
दोस्तों यह तो जाहिर सी बात है कि हम व्रत या त्योहार के हिसाब से देवी देवता की पूजा अर्चना करते हैं तो उनकी प्रतिमा या मूर्ति हमारे पास होनी ही चाहिए| मूर्ति हमेशा सही होनी चाहिए यानी की खंडित कभी ना हो बहुत ज्यादा छोटी या बहुत ज्यादा बड़ी मूर्ति नहीं होनी चाहिए|
1. कलश (Kalash)
नवरात्रि पूजा सामग्री में कलश की भूमिका बहुत अधिक होती है क्योंकि kalash स्थापना से सुभिता समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है यह देवी देवताओं के आह्वान का प्रतीक होता है कलश की स्थापना से घर में शुद्धता और शांति बनी रहती है कलश स्थापना में आमतौर पर गंगाजल सिक्के सुपारी लौंग इलाइची हल्दी पान के पत्ते नारियल आम या अशोक के पत्तों की आवश्यकता पड़ती है|
2. नारियल (Coconut)
नवरात्रि पूजा सामग्री में नारियल की भी भूमिका काम नहीं होती क्योंकि नारियल को सुख समृद्धि और सौभाग्य का वाहक माना जाता है नारियल से देवी देवताओं को प्रसन्न किया जाता है इसके अलावा नारियल से वास्तु दोष दूर होते हैं और घर में सुख समृद्धि और सौभाग्य का वास रहता है| नारियल पर हमेशा स्वास्तिक का निशान बनना आपको भूलना नहीं है ऐसा करने से पूजा स्थल के आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है|
3. कलावा (Moli)
आमतौर पर पूजा के लिए हम लाल या पीले रंग का कलावा या मौली का इस्तेमाल करते हैं जो शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक होता है इस कलश पर बांधना चाहिए देवी देवता की मूर्ति के गले में बांधना या हाथ में बांधना बहुत ही शुभ माना जाता है ऐसा करने से पूजा स्थल पवित्र और सुरक्षित रहता है|
4. रोली और चावल (Roli and Rice)
पूजा सामग्री में रोली और अक्षत यानि चावल को श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक माना जाता है इनके द्वारा आप देवी देवताओं के प्रति अपना सम्मान और अपना विश्वास प्रकट करते हैं|
5. दीपक और धूप (Diya and Incense)
दीपक और धूप जालना देवी देवता पूजन में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है यह ज्ञान प्रकाश और आध्यात्मिकता का प्रतीक होता है धूप अगरबत्ती जलाने से वातावरण शुभ गांधी होता है और सकारात्मक वातावरण उत्पन्न होता है|
6. पुष्प (Flowers)
हर किसी देवी देवता का कोई ना कोई प्रिय पुष्प अवश्य होता है और हम इन पुष्पों को तो चढ़ाते हैं ताकि देवी देवता ऑन को हम प्रसन्न कर सके यह सुंदरता सौभाग्यता सौम्यता पवित्रता का प्रतीक होते हैं|
माता रानी को प्रसन्न करने के लिए आप नवरात्रि पूजन में लाल रंग के पुष्प का इस्तेमाल करें तो सबसे अच्छा होगा यदि नहीं है तो आप पीले रंग के फूल भी इस्तेमाल कर सकते हैं|
7. फल और मिठाई (Fruits and Sweets)
देवी देवताओं को फल मिठाई का भोग लगाना के पीछे मान्यता यह है कि ऐसा करने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं आमतौर पर सब केला अंगूर लॉन्ग बताशे पंचमेवा फल मिठाई के रूप में चढ़ाए जाते हैं|
8 . जौ (Barley)
नवरात्रि पूजन के अंदर हम जो उगते हैं क्योंकि जो यानी जवारे को नवजीवन का संकेत माना जाता है जो नई ऊर्जा और नई शुरुआत का प्रतीक होता है इसके अलावा ऐसा करने से सकारात्मक भी फैलती है और घर परिवार में समृद्धि और अच्छा भाग्य भी आता है|
9 . हवन सामग्री (Havan Samagri)
हवन के माध्यम से हम वातावरण का शुद्धिकरण करते हैं ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और देवी देवताओं का आह्वान होता है हवन सामग्री के रूप में हम आम की लकड़ी कपूर गाय का घी गूगल चंदन सूखा नारियल प्रयोग में ला सकते हैं|
आमतौर पर नवरात्रि पूजा के दौरान इन सामग्रियों का हम प्रयोग करते हैं आप भी इस नवरात्रि को सच्चे मन और विश्वास से माता रानी की पूजा अर्चना करें ऐसा करने से आपके सभी कष्ट दूर होंगे माता रानी की कृपा से आपके घर में सुख शांति सौभाग्य का आगमन होगा|
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जय माता दी!